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10 कोई भी इतना वीर नहीं है,
    जो लिब्यातान को जगा कर भड़काये।

“तो फिर अय्यूब बता, मेरे विरोध में कौन टिक सकता है?
11 मुझ को (परमेश्वर को) किसी भी व्यक्ति कुछ नहीं देना है।
    सारे आकाश के नीचे जो कुछ भी है, वह सब कुछ मेरा ही है।

12 “अय्यूब, मैं तुझको लिब्यातान के पैरों के विषय में बताऊँगा।
    मैं उसकी शक्ति और उसके रूप की शोभा के बारे में बताऊँगा।

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