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नीतिवचन 30:31-33
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
नीतिवचन 30:31-33
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
31 गर्वीली चाल से चलता हुआ मुर्गा
और एक बकरा
और वह राजा जो अपनी सेना के मध्य है।
32 तूने यदि कभी कोई मूर्खता का आचरण किया हो, और अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बना हो अथवा तूने कभी कुचक्र रचा हो तो तू अपना मुँह अपने हाथों से ढक ले।
33 जैसे मथने से दूध मक्खन निकालता है और नाक मरोड़ने से लहू निकल आता है वैसे ही क्रोध जगाना झगड़ों का भड़काना होता है।
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Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)
© 1995, 2010 Bible League International