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नीतिवचन 31:8-10
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
नीतिवचन 31:8-10
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
8 तू बोल उनके लिये जो कभी भी अपने लिये बोल नहीं पाते हैं; और उन सब के, अधिकारों के लिये बोल जो अभागे हैं। 9 तू डट करके खड़ा रह उन बातों के हेतू जिनको तू जानता है कि वे उचित, न्यायपूर्ण, और बिना पक्ष—पात के सबका न्याय कर। तू गरीब जन के अधिकारों की रक्षा कर और उन लोगों के जिनको तेरी अपेक्षा हो।
आदर्श पत्नी
10 गुणवंती पत्नी कौन पा सकता है
वह जो मणि—मणिकों से कही अधिक मूल्यवान।
Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)
© 1995, 2010 Bible League International