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जो जयवन्त होगा, उसे यह उत्तराधिकार प्राप्त होगा: मैं उसका परमेश्वर होऊँगा, और वह मेरी सन्तान. किन्तु डरपोकों, अविश्वासियों, निन्दनियों, हत्यारों, व्यभिचारियों, टोन्हों, मूर्तिपूजकों और सभी झूठ बोलनेवालों का स्थान उस झील में होगा, जो आग तथा गन्धक से धधकती रहती है. यही है दूसरी मृत्यु.”

मसीहिक येरूशालेम

तब जिन सात स्वर्गदूतों के पास सात अन्तिम विपत्तियों से भरे सात कटोरे थे, उनमें से एक ने मेरे पास आकर मुझसे कहा, “आओ, मैं तुम्हें वधू—मेमने की पत्नी दिखाऊँ.”

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