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10 उनका घर उनसे छूट जायें
    और वे भिखारी हो जायें।
11 कुछ मेरे शत्रु का हो उसका लेनदार छीन कर ले जायें।
    उसके मेहनत का फल अनजाने लोग लूट कर ले जायें।
12 मेरी यही कामना है, मेरे शत्रु पर कोई दया न दिखाये,
    और उसके सन्तानों पर कोई भी व्यक्ति दया नहीं दिखलाये।

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