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ऐसा व्यक्ति दीन जनों को मुक्त दान देता है।
    उसके पुण्य कर्म जिन्हें वह करता रहता है
    वह सदा सदा बने रहेंगे।
10 कुटिल जन उसको देखेंगे और कुपित होंगे।
    वे क्रोध में अपने दाँतों को पीसेंगे और फिर लुप्त हो जायेंगे।
    दुष्ट लोग उसको कभी नहीं पायेंगे जिसे वह सब से अधिक पाना चाहते हैं।

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