Font Size
मत्तियाह 12:29-31
Saral Hindi Bible
मत्तियाह 12:29-31
Saral Hindi Bible
29 “भला यह कैसे सम्भव है कि कोई किसी बलवान व्यक्ति के घर में प्रवेश कर उसकी सम्पत्ति लूट ले? हाँ, यदि बलवान व्यक्ति को पहले बान्ध दिया जाए, तब उसकी सम्पत्ति को लूट लेना सम्भव है.
30 “वह, जो मेरे पक्ष में नहीं, मेरे विरुद्ध है और वह, जो मेरे साथ इकट्ठा नहीं करता, वह बिखेरता है.
31 “इसलिए तुमसे मेरा कहना यही है: लोगों द्वारा किया गया कोई भी पाप, कोई भी परमेश्वर-निन्दा क्षमा के योग्य है किन्तु पवित्रात्मा की निन्दा क्षमा नहीं की जाएगी.
Read full chapter
Saral Hindi Bible (SHB)
New Testament, Saral Hindi Bible (नए करार, सरल हिन्दी बाइबल) Copyright © 1978, 2009, 2016 by Biblica, Inc.® All rights reserved worldwide.