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34 किन्तु मेरा तुमसे कहना है कि शपथ ही न लो; न तो स्वर्ग की, क्योंकि वह परमेश्वर का सिंहासन है, 35 न पृथ्वी की, क्योंकि वह उनके चरणों की चौकी है, न येरूशालेम की, क्योंकि वह राजाधिराज का नगर है 36 और न ही अपने सिर की, क्योंकि तुम एक भी बाल न तो काला करने में समर्थ हो और न ही सफ़ेद करने में;

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