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मारक 12:33-35
Saral Hindi Bible
मारक 12:33-35
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33 तथा उनसे ही सारे हृदय, सारे समझ तथा सारी शक्ति से प्रेम करना तथा अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम करना सभी बलियों तथा आग-बलियों से बढ़कर है.”
34 जब मसीह येशु ने यह देखा कि उसने बुद्धिमानी से उत्तर दिया है, उन्होंने उससे कहा, “तुम परमेश्वर के राज्य से दूर नहीं हो.”
इसके बाद किसी में भी उनसे और प्रश्न करने का साहस न रहा.
35 मन्दिर के आँगन, में शिक्षा देते हुए मसीह येशु ने उनके सामने यह प्रश्न रखा, “शास्त्री यह क्यों कहते हैं कि मसीह दाविद के वंशज हैं?
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Saral Hindi Bible (SHB)
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