Add parallel Print Page Options

11 यरूशलेम के न्यायाधीश उनके पक्ष में जो न्यायालय में जीतेगा,
    निर्णर्य देने के लिए घूस लिया करते हैं।
यरूशलेम के याजकों को धन देना पड़ता है,
    इसके पहले कि वे लोगों को सीख दें।
लोगों को नबियों को धन देना पड़ता है।
    इसके पहले कि वे भविष्य में झाँकें और फिर भी वे मुखिया सोचते हैं
कि उन पर कोई दण्ड नहीं पड़ सकता।
    वे सोचा करते हैं, यहोवा उनको बचा लेगा और वे कहते हैं, “यहोवा हमारे बीच रहता है।
    इसलिए हमारे साथ कोई बुरी बात घट नहीं सकती है।”

12 हे मुखियाओं, तुम्हारे ही कारण सिय्योन का विनाश होगा।
    यह किसी जुते हुए खेत सा सपाट हो जायेगा।
यरूशलेम पत्थरों का टीला बन जाएगा
    और मन्दिर का पर्वत झाड़ियों से ढ़का हुआ एक सूनी पहाड़ी होगा।

Read full chapter