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यशायाह 25:2-4
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
यशायाह 25:2-4
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
2 तूने नगर को नष्ट किया।
वह नगर सुदृढ़ प्राचीरों से संरक्षित था।
किन्तु अब वह मात्र पत्थरों का ढेर रह गया।
परदेसियों का महल नष्ट कर दिया गया।
अब उसका फिर से निर्माण नहीं होगा।
3 सामर्थी लोग तेरी महिमा करेंगे।
क्रूर जातियों के नगर तुझसे डरेंगे।
4 यहोवा निर्धन लोगों के लिये जो जरुरतमंद हैं, तू सुरक्षा का स्थान है।
अनेक विपत्तियाँ उनको पराजित करने को आती हैं किन्तु तू उन्हें बचाता है।
तू एक ऐसा भवन है जो उनको तूफानी वर्षा से बचाता है
और तू एक ऐसी हवा है जो उनको गर्मी से बचाती है।
विपत्तियाँ भयानक आँधी और घनघोर वर्षा जैसी आती हैं।
वर्षा दीवारों से टकराती हैं और नीचे बह जाती है किन्तु मकान में जो लोग हैं, उनको हानि नहीं पहुँचती है।
Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)
© 1995, 2010 Bible League International