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21 (वे लोग दूसरे लोगों के बारे में झूठ बोला करते हैं। वे न्यायालय में लोगों को फँसाने का यत्न करते हैं। वे भोले भाले लोगों को नष्ट करने में जुटे रहते हैं।)

22 सो यहोवा ने याकूब के परिवार से कहा। (यह वही यहोवा है जिसने इब्राहीम को मुक्त किया था।) यहोवा कहता है, “अब याकूब (इस्राएल के लोग) को लज्जित नहीं होना होगा। अब उसका मुँह कभी पीला नहीं पड़ेगा। 23 वह अपनी सभी संतानों को देखेगा और कहेगा कि मेरा नाम पवित्र है। इन संतानो को मैंने अपने हाथों से बनाया है और ये संतानें मानेंगी कि याकूब का पवित्र (परमेश्वर) वास्तव में पवित्र है और यें सन्ताने इस्राएल के परमेशवर को आदर देंगी।

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