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13 मैंने स्वयं अपने हाथों से धरती की रचना की।
    मेरे दाहिने हाथ ने आकाश को बनाया।
यदि मैं उन्हें पुकारूँ तो
    दोनों साथ—साथ मेरे सामने आयेंगे।

14 “इसलिए तुम सभी जो आपस में इकट्ठे हुए हो मेरी बात सुनों!
    क्या किसी झूठे देव ने तुझसे ऐसा कहा है कि आगे चल कर ऐसी बातें घटित होंगी नहीं।”
यहोवा इस्राएल से जिसे, उस ने चुना है, प्रेम करता है।
    वह जैसा चाहेगा वैसा ही बाबुल और कसदियों के साथ करेगा।

15 यहोवा कहता है कि मैंने तुझसे कहा था, “मैं उसको बुलाऊँगा
    और मैं उसको लाऊँगा
    और उसको सफल बनाऊँगा!

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