Add parallel Print Page Options

परमेश्वर के उद्यान के देवदारु वृक्ष भी,
    उतने बड़े नहीं थे जितना यह वृक्ष।
सनौवर के वृक्ष इतनी अधिक शाखायें नहीं रखते,
    चिनार—वृक्ष भी ऐसी शाखायें नहीं रखते,
परमेश्वर के उद्यान का कोई भी वृक्ष,
    इतना सुन्दर नहीं था जितना यह वृक्ष।
मैंने अनेक शाखाओं सहित
    इस वृक्ष को सुन्दर बनाया
और परमेश्वर के उद्यान अदन, के सभी वृक्ष
    इससे ईर्ष्या करते थे!’”

10 अत: मेरा स्वामी यहोवा यह कहता है: “वृक्ष ऊँचा हो गया है। इसने अपने शिखरों को बादलों में पहुँचा दिया है। वृक्ष गर्वीला है क्योंकि यह ऊँचा है!

Read full chapter