Add parallel Print Page Options

11 “‘किन्तु वे राष्ट्र, जो बाबुल के राजा के जुवे को अपने कंधे पर रखेंगे और उसकी आज्ञा मानेंगे, जीवित रहेंगे। मैं उन राष्ट्रों को उनके अपने देश में रहने दूँगा और बाबुल के राजा की सेवा करने दूँगा।’ यह सन्देश यहोवा का है। ‘उन राष्ट्रों के लोग अपनी भूमि पर रहेंगे और उस पर खेती करेंगे।’”

12 मैंने यहूदा के राजा सिदकिय्याह को भी यही सन्देश दिया। मैंने कहा, “सिदकिय्याह, तुम्हें बाबुल के राजा के जुवे के नीचे अपनी गर्दन देनी चाहिये और उसकी आज्ञा माननी चाहिये। यदि तुम बाबुल के राजा और उसके लोगों की सेवा करोगे तो तुम रह सकोगे। 13 यदि तुम बाबुल के राजा की सेवा करना स्वीकार नहीं करते तो तुम और तुम्हारे लोग शत्रु की तलवार के घाट उतारे जाएंगे, तथा भूख और भयंकर बीमारी से मरेंगे। यहोवा ने कहा कि ये घटनायें होंगी।

Read full chapter