Add parallel Print Page Options

11 यह मन्दिर मेरे नाम से पुकारा जाता है। क्या यह मन्दिर तुम्हारे लिये डकैतों के छिपने के स्थान के अतिरिक्त अन्य कुछ नहीं है मैं तुम्हारी चौकसी रख रहा हूँ।’” यह सन्देश यहोवा का है।

12 “‘यहूदा के लोगों, तुम अब शीलो नगर को जाओ। उस स्थान पर जाओ जहाँ मैंने प्रथम बार अपने नाम का मन्दिर बनाया। इस्राएल के लोगों ने भी पाप कर्म किये। जाओ और देखो कि उस स्थान का मैंने उन पाप कर्मों के लिये क्या किया जो उन्होंने किये। 13 इस्राएल के लोगों, तुम लोग ये सब पाप कर्म करते रहे। यह सन्देश यहोवा का था! मैंने तुमसे बार—बार बातें कीं, किन्तु तुमने मेरी अनसुनी कर दी। मैंने तुम लोगों को पुकारा पर तुमने उत्तर नहीं दिया।

Read full chapter