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उपदेशक का कहना है कि हर वस्तु अर्थहीन है और अकारथ है![a] मतलब यह कि हर बात व्यर्थ है! इस जीवन में लोग जो कड़ी मेहनत करते हैं, उससे उन्हें सचमुच क्या कोई लाभ होता है? नहीं!

वस्तुएँ अपरिवर्तनशील हैं

एक पीढ़ी आती है और दूसरी चली जाती है किन्तु संसार सदा यूँ ही बना रहता है।

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Footnotes

  1. 1:2 अर्थहीन … अकारथ है मुल में जो हिब्रू शब्द है उसका अर्थ है भाप या साँस या कोई ऐसी वस्तु जिसका कोई उपयोग नहीं है। जो खाली है, गलत है या समय की बर्बादी हैं।