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नीतिवचन 8:32-36
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
नीतिवचन 8:32-36
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
32 “तो अब, मेरे पुत्रों, मेरी बात सुनो।
वो धन्य है!
जो जन मेरी राह पर चलते हैं।
33 मेरे उपदेश सुनो और बुद्धिमान बनो।
इनकी उपेक्षा मत करो।
34 वही जन धन्य है, जो मेरी बात सुनता और रोज मेरे द्वारों पर दृष्टि लगाये रहता
एवं मेरी ड्योढ़ी पर बाट जोहता रहता है।
35 क्योंकि जो मुझको पा लेता वही जीवन पाता
और वह यहोवा का अनुग्रह पाता है।
36 किन्तु जो मुझको, पाने में चूकता, वह तो अपनी ही हानि करता है।
मुझसे जो भी जन सतत बैर रखते हैं, वे जन तो मृत्यु के प्यारे बन जाते हैं!”
Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)
© 1995, 2010 Bible League International