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41 मुला कउनो सुलैमान स कहेस, कि सिमी यरूसलेम सगत गवा रहा अउर लउटि आवा ह। 42 एह बरे सुलैमान ओका बोलवाएस। सुलैमान सिमी स कहेस, “मइँ तोहका चिताउनी देत हउँ कि मइँ यहोवा क नाउँ पइ इ प्रतिग्या किहे रहेउँ कि जदि तू यरूसलेम तजब्या, तउ मारा जाब्या। मइँ चितउनी दिहे रहेउँ कि जदि तू दूसर कहूँ जाब्या तउ तोहरे मारे जाइ क दोख तोहार होइ। अउर तू ओका अंगीकार किहे रहा जउन कछू मइँ कहेस रहा। तू कहेस रहा कि तू मोर आग्या अउर आदेसन क पालन करब्या। 43 तू अपनी प्रतिग्या काहे तोड़्‌या? तू मोरे आदेस क पालन काहे नाहीं किहा? 44 तू जानत ह कि तू मोरे बाप दाऊद क खिलाफ बहोत स गलत काम किहा, अब यहोवा ओन गलत कामन बरे तोहका सजा देइ। 45 किन्तु यहोवा मोका आसीर्वाद देइ। उ दाऊद क सिंहासन क सदा ही सुरच्छा करी।”

46 तब राजा बनायाह क सिमी क मार डावइ क आदेस दिहेस अउर इ एका पूरा किहस। अब सुलैमान अपने राज्ज पइ पूरा नियंत्रण कइ चुका रहा।

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