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यसायाह 11:10-12
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version
यसायाह 11:10-12
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version
10 उ समय यिसै क परिवार मँ एक खास मनई होइ। एक मनई एक झंडा क समान होइहीं। इ “झंडा” देखाँई कि समुचय रास्ट्रन क ओकरे आसपास बटोर जाइ चाही। इ सबइ रास्ट्र ओहसे पूछा करिहीं कि ओनका का करइ चाही? अउर उ ठउर, जहाँ उ होइ, भव्यता स भरि जाइ।
11 अइसे समइ मँ, मोर सुआमी फुन आपन लोगन क एक संग जमा करी। उ आपन लोगन मँ स जिअत भवा क अस्सूर, उत्तरी मिस्र, दक्खिनी मिस्र, कूस, एलाम, बाबुल, हमात तथा समूचइ संसार मँ फइला भवा अइसे ही सुदूर देसन मँ “वापिस खरीदी।” 12 परमेस्सर सब लोगन बरे संकेत क रूप मँ झंडा उठाइ। इस्राएल अउ यहूदा क लोग आपन-आपन देसन क तजइ बरे मजबूर कीन्ह ग रहेन। उ सबइ लोग धरती पइ दूर-दूर फइल ग रहेन किन्तु परमेस्सर ओनका परस्पर बटोरी।
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Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.