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14 दुष्ट की चाहे कितनी ही संताने हों, किन्तु उसकी संताने युद्ध में मारी जायेंगी।
    दुष्ट की संताने कभी भरपेट खाना नहीं पायेंगी।
15 और यदि दुष्ट की संताने उसकी मृत्यु के बाद भी जीवित रहें तो महामारी उनको मार डालेंगी!
    उनके पुत्रों की विधवायें उनके लिये दु:खी नहीं होंगी।
16 दुष्ट जन चाहे चाँदी के ढेर इकट्ठा करे,
    इतने विशाल ढेर जितनी धूल होती है, मिट्टी के ढेरों जैसे वस्त्र हो उसके पास

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