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अय्यूब, क्या लिब्यातान आजाद होने के लिये तुझसे विनती करेगा
    क्या वह तुझसे मधुर बातें करेगा?
अय्यूब, क्या लिब्यातान तुझसे सन्धि करेगा,
    और सदा तेरी सेवा का तुझे वचन देगा?
अय्यूब, क्या तू लिब्यातान से वैसे ही खेलेगा जैसे तू किसी चिड़ियाँ से खेलता है?
    क्या तू उसे रस्से से बांधेगा जिससे तेरी दासियाँ उससे खेल सकें?

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