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“अय्यूब, लिब्यातान पर यदि तू हाथ डाले तो जो भयंकर युद्ध होगा, तू कभी भी भूल नहीं पायेगा,
    और फिर तू उससे कभी युद्ध न करेगा।
और यदि तू सोचता है कि तू लिब्यातान को हरा देगा
    तो इस बात को तू भूल जा।
    क्योंकि इसकी कोई आशा नहीं है।
तू तो बस उसे देखने भर से ही डर जायेगा।
10 कोई भी इतना वीर नहीं है,
    जो लिब्यातान को जगा कर भड़काये।

“तो फिर अय्यूब बता, मेरे विरोध में कौन टिक सकता है?

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