Add parallel Print Page Options

13 तब यहोवा परमेश्वर ने स्त्री से कहा, “यह तुने क्या किया?” स्त्री ने कहा, “साँप ने मुझे धोखा दिया। उसने मुझे बेवकूफ बनाया और मैंने फल खा लिया।”

14 तब यहोवा परमेश्वर ने साँप से कहा,

“तुने यह बहुत बुरी बात की।
    इसलिए तुम्हारा बुरा होगा।
अन्य जानवरों की अपेक्षा तुम्हारा बहुत बुरा होगा।
    तुम अपने पेट के बल रेंगने को मजबूर होगे।
और धूल चाटने को विवश होगा
    जीवन के सभी दिनों में।
15 मैं तुम्हें और स्त्री को
    एक दूसरे का दुश्मन बनाऊँगा।
तुम्हारे बच्चे और इसके बच्चे
    आपस में दुश्मन होंगे।
तुम इसके बच्चे के पैर में डसोगे
    और वह तुम्हारा सिर कुचल देगी।”

Read full chapter