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निर्गमन 32:30-32
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
निर्गमन 32:30-32
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
30 अगली सुबह मूसा ने लोगों से कहा, “तुम लोगों ने भयंकर पाप किया है। किन्तु अब मैं यहोवा के पास ऊपर जाऊँगा और ऐसा कुछ कर सकूँगा जिससे वह तुम्हारे पापों को क्षमा कर दे।” 31 इसलिए मूसा वापस यहोवा के पास गया और उसने कहा, “कृपया सुन! इन लोगों ने बहुत बुरा पाप किया है और सोने का एक देवता बनाया है। 32 अब उन्हें इस पाप के लिये क्षमा कर। यदि तू क्षमा नहीं करेगा तो मेरा नाम उस किताब से मिटा दे जिसे तूने लिखा है।”[a]
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- 32:32 उस किताब … लिखा है संभवत यह “जीवन की पुस्तक” की ओर संकेत है। यह वैसा ही है कि परमेश्वर एक किताब रखता है जिसमें उसके सभी लोगों के नाम लिखे रहते हैं।
Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)
© 1995, 2010 Bible League International