Font Size
नीतिवचन 3:31-33
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
नीतिवचन 3:31-33
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
31 किसी बुरे जन से तू द्वेष मत रख और उसकी सी चाल मत चल। तू अपनी चल। 32 क्यों क्योंकि यहोवा कुटिल जन से घृणा करता है और सच्चरित्र जन को अपनाता है।
33 दुष्ट के घर पर यहोवा का शाप रहता है, वह नेक के घर को आर्शीवाद देता है।
Read full chapter
Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)
© 1995, 2010 Bible League International