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निरन्तर जागता रह, आँखों में नींद न हो और तेरी पलकों में झपकी तक न आये। स्वंय को चंचल हिरण शिकारी के हाथ से और किसी पक्षा सा उसके जाल से छुड़ा ले।

आलसी मत बनों

अरे ओ आलसी, चींटी के पास जा। उसकी कार्य विधि देख और उससे सीख ले।

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