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14 जब अकसा ओत्नीएल के पास आई तब ओत्नीएल ने उससे कहा[a] कि वह अपने पिता से कुछ भूमि माँगे। अकसा अपने पिता के पास गई। अत: वह अपने गधे से उतरी और कालेब ने पूछा, “क्या कठिनाई है?”

15 अकसा ने कालेब को उत्तर दिया, “आप मुझे आशीर्वाद दें।[b] आपनें मुझे नेगेव की सूखी मरुभूमि दी है। कृपया मुझे कुछ पानी के सोते वाली भूमि दें।” अत: कालेब ने उसे वह दिया जो वह चाहती थी। उसने उसे उस भूमि के ऊपर और नीचे के पानी के सोते दे दिये।

16 केनी लोगों ने ताड़वृक्षों के नगर (यरीहो) को छोड़ा और यहूदा के लोगों के साथ गए। वे लोग यहूदा की मरुभूमि में वहाँ के लोगों के साथ रहने गए। यह नेगेव में अराद नगर के पास था। (केनी लोग मूसा के ससुर के परिवार से थे।)

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Footnotes

  1. 1:14 ओत्नीएल…कहा या “अकसा ने ओत्नीएल से कहा।”
  2. 1:15 आप … आशीर्वाद दें या “कृपया मेरा सत्कार करें” या “मुझे जल की एक धारा दें।”