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14 जब हम सब भूमि पर गिर पड़े, मुझे इब्री भाषा में सम्बोधित करता हुआ एक शब्द सुनाई दिया, ‘शाऊल! शाऊल! तुम मुझे क्यों सता रहे हो? पैने पर लात मारना तुम्हारे लिए ही हानिकर है.’”

15 “मैंने प्रश्न किया, ‘आप कौन हैं, प्रभु?’

“प्रभु ने उत्तर दिया ‘मैं येशु हूँ तुम जिसे सता रहे हो,’ 16 ‘किन्तु उठो, खड़े हो जाओ क्योंकि तुम्हें दर्शन देने का मेरा उद्धेश्य यह है कि न केवल, जो कुछ तुमने देखा है परन्तु वह सब, जो मैं तुम्हें अपने विषय में दिखाऊँगा, उसके लिए तुम्हें सेवक और गवाह ठहराऊँ.

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