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22 किन्तु शाऊल सामर्थी होते चले गए और दमिश्क के यहूदियों के सामने यह प्रमाणित करते हुए कि येशु ही मसीह हैं, उन्हें निरुत्तर करते रहे.

23 कुछ समय बीतने के बाद यहूदियों ने उनकी हत्या की योजना की 24 किन्तु शाऊल को उनकी इस योजना के बारे में मालूम हो गया. शाऊल की हत्या के उद्देश्य से उन्होंने नगर-द्वार पर रात-दिन चौकसी कड़ी कर दी

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