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तीन दिन तक वह अंधा रहा. उसने न कुछ खाया और न कुछ पिया.

10 दमिश्क में हननयाह नामक व्यक्ति मसीह येशु के एक शिष्य थे. उनसे प्रभु ने दर्शन में कहा.

“हननयाह!”

“क्या आज्ञा है, प्रभु?” उन्होंने उत्तर दिया.

11 प्रभु ने उनसे कहा, “सीधा नामक गली पर जा कर यहूदाह के घर में तारस्यॉसवासी शाऊल के विषय में पूछो, जो प्रार्थना कर रहा है.

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