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यहोवा जब मैं विपत्ति में होऊँ मुझ से मुख मत मोड़।
    जब मैं सहायता पाने को पुकारूँ तू मेरी सुन ले, मुझे शीघ्र उत्तर दे।
मेरा जीवन वैसे बीत रहा जैसा उड़ जाता धुँआ।
    मेरा जीवन ऐसे है जैसे धीरे धीरे बुझती आग।
मेरी शक्ति क्षीण हो चुकी है।
    मैं वैसा ही हूँ जैसा सूखी मुरझाती घास।
    अपनी वेदनाओं में मुझे भूख नहीं लगती।

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