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14 परमेश्वर, पशुओं को खाने के लिये घास उपजाई,
    हम श्रम करते हैं और वह हमें पौधे देता है।
    ये पौधे वह भोजन है जिसे हम धरती से पाते हैं।
15 परमेश्वर, हमें दाखमधु देता है, जो हमको प्रसन्न करती है।
    हमारा चर्म नर्म रखने को तू हमें तेल देता है।
    हमें पुष्ट करने को वह हमें खाना देता है।

16 लबानोन के जो विशाल वृक्ष हैं वह परमेश्वर के हैं।
    उन विशाल वृक्षों हेतु उनकी बढ़वार को बहुत जल रहता है।

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