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26 लहरे इतनी ऊपर उठीं जितना आकाश हो
    तूफान इतना भयानक था कि लोग भयभीत हो गये।
27     लोग लड़खड़ा रहे थे, गिरे जा रहे थे जैसे नशे में धुत हो।
    खिवैया उनकी बुद्धि जैसे व्यर्थ हो गयी हो।
28 वे संकट में थे सो उन्होंने सहायता पाने को यहोवा को पुकारा।
    तब यहोवा ने उनको संकटों से बचा लिया।

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