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18 वह शाप को वस्त्रों सा ओढ़ लें।
    शाप ही उसके लिये पानी बन जाये
वह जिसको पीता रहे।
    शाप ही उसके शरीर पर तेल बनें।
19 शाप ही उस दुष्ट जन का वस्त्र बने जिनको वह लपेटे,
    और शाप ही उसके लिये कमर बन्द बने।

20 मुझको यह आशा है कि यहोवा मेरे शत्रु के साथ इन सभी बातों को करेगा।
    मुझको यह आशा है कि यहोवा इन सभी बातों को उनके साथ करेगा जो मेरी हत्या का जतन कर रहे है।

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