Add parallel Print Page Options

26 यहोवा मेरा परमेश्वर, मुझको सहारा दे!
    अपना सच्चा प्रेम दिखा और मुझको बचा ले!
27 फिर वे लोग जान जायेंगे कि तूने ही मुझे बचाया है।
    उनको पता चल जायेगा कि वह तेरी शक्ति थी जिसने मुझको सहारा दिया।
28 वे लोग मुझे शाप देते रहे। किन्तु यहोवा मुझको आशीर्वाद दे सकता है।
    उन्होंने मुझ पर वार किया, सो उनको हरा दे।
    तब मैं, तेरा दास, प्रसन्न हो जाऊँगा।

Read full chapter