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10 हे यहोवा, जो तुझे सच्चाई से जानते हैं, उनसे प्रेम करता रह।
    उन लोगों पर तू अपनी निज नेकी बरसा जो तेरे प्रति सच्चे हैं।
11 हे यहोवा, तू मुझे अभिमानियों के जाल में मत फँसने दे।
    दुष्ट जन मुझको कभी न पकड़ पायें।

12 उनके कब्रों के पत्थरो पर यह लिख दे:
    “दुष्ट लोग यहाँ पर गिरे हैं।
    वे कुचले गए।
    वे फिर कभी खड़े नहीं हो पायेंगे।”

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