Add parallel Print Page Options

34 हे स्वर्ग और हे धरती,
    हे सागर और इसके बीच जो भी समाया है। परमेश्वर की स्तुती करो!
35 यहोवा सिय्योन की रक्षा करेगा!
    यहोवा यहूदा के नगर का फिर निर्माण करेगा।
वे लोग जो इस धरती के स्वामी हैं, फिर वहाँ रहेंगे!
36     उसके सेवकों की संताने उस धरती को पायेगी।
    और ऐसे वे लोग निवास करेंगे जिन्हें उसका नाम प्यारा है।

Read full chapter