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मेरे शत्रु! मेरे सिर के बालों से भी अधिक हैं।
    वे मुझसे व्यर्थ बैर रखते हैं।
    वे मेरे विनाश की जुगत बहुत करते हैं।
मेरे शत्रु मेरे विषय में झूठी बातें बनातें हैं।
    उन्होंने मुझको झूठे ही चोर बताया।
    और उन वस्तुओं की भरपायी करने को मुझे विवश किया, जिनको मैंने चुराया नहीं था।
हे परमेश्वर, तू तो जानता है कि मैंने कुछ अनुचित नहीं किया।
    मैं अपने पाप तुझसे नहीं छिपा सकता।
हे मेरे स्वमी, हे सर्वशक्तिमान यहोवा, तू अपने भक्तों को मेरे कारण लज्जित मत होने दें।
    हे इस्राएल के परमेश्वर, ऐसे उन लोगों को मेरे लिए असमंजस में मत डाल जो तेरी उपासना करते हैं।

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