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23 सभी भीड़ चकित रह गई. मौज़ूद लोग आपस में विचार कर रहे थे, “कहीं यही दाविद का वह वंशज तो नहीं?”

24 किन्तु यह सुन कर फ़रीसियों ने इसके विषय में अपना मत दिया, “यह व्यक्ति केवल प्रेतों के प्रधान शैतान की सहायता से प्रेतों को निकाला करता है.”

25 उनके विचारों के विषय में मालूम होने पर येशु ने उनसे कहा, “कोई भी ऐसा राज्य, जिसमें फूट पड़ी हो, मिट जाता है. कोई भी नगर या परिवार फूट की स्थिति में स्थिर नहीं रह पाता.

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