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मत्ती 20:28-30
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
मत्ती 20:28-30
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
28 तुम्हें मनुष्य के पुत्र जैसा ही होना चाहिये जो सेवा कराने नहीं, बल्कि सेवा करने और बहुतों के छुटकारे के लिये अपने प्राणों की फिरौती देने आया है।”
अंधों को आँखें
(मरकुस 10:46-52; लूका 18:35-43)
29 जब वे यरीहो नगर से जा रहे थे एक बड़ी भीड़ यीशु के पीछे हो ली। 30 वहाँ सड़क किनारे दो अंधे बैठे थे। जब उन्होंने सुना कि यीशु वहाँ से जा रहा है, वे चिल्लाये, “प्रभु, दाऊद के पुत्र, हम पर दया कर!”
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Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)
© 1995, 2010 Bible League International