Add parallel Print Page Options

29 मैं तुमसे कहता हूँ कि मैं उस दिन तक दाखरस को नहीं चखुँगा जब तक अपने परम पिता के राज्य में तुम्हारे साथ नया दाखरस न पी लूँ।”

30 फिर वे फ़सह का भजन गाकर जैतून पर्वत पर चले गये।

यीशु का कथन: सब शिष्य उसे छोड़ देंगे

(मरकुस 14:27-31; लूका 22:31-34; यूहन्ना 13:36-38)

31 फिर यीशु ने उनसे कहा, “आज रात तुम सब का मुझमें से विश्वास डिग जायेगा। क्योंकि शास्त्र में लिखा है:

‘मैं गडेरिये को मारूँगा और
    रेवड़ की भेड़ें तितर बितर हो जायेंगी।’(A)

Read full chapter