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मत्ती 26:65-67
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
मत्ती 26:65-67
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
65 महायाजक यह सुनकर इतना क्रोधित हुआ कि वह अपने कपड़े फाड़ते हुए बोला, “इसने जो बातें कही हैं वे परमेश्वर की निन्दा में जाती हैं। अब हमें और गवाह नहीं चाहिये। तुम सब ने परमेश्वर के विरोध में कहते, इसे सुना है। 66 तुम लोग क्या सोचते हो?”
उत्तर में वे बोले, “यह अपराधी है। इसे मर जाना चाहिये।”
67 फिर उन्होंने उसके मुँह पर थूका और उसे घूँसे मारे। कुछ ने थप्पड़ मारे और कहा,
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Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)
© 1995, 2010 Bible League International