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मत्ती 5:31-33
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
मत्ती 5:31-33
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तलाक
(मत्ती 19:9; मरकुस 10:11-12; लूका 16:18)
31 “कहा गया है, ‘जब कोई अपनी पत्नी को तलाक देता है तो उसे अपनी पत्नी को लिखित रूप में तलाक देना चाहिये।’(A) 32 किन्तु मैं तुमसे कहता हूँ कि हर वह व्यक्ति जो अपनी पत्नी को तलाक देता है, यदि उसने यह तलाक उसके व्यभिचारी आचरण के कारण नहीं दिया है तो जब वह दूसरा विवाह करती है, तो मानो वह व्यक्ति ही उससे व्यभिचार करवाता है। और जो कोई उस छोड़ी हुई स्त्री से विवाह रचाता है तो वह भी व्यभिचार करता है।
शपथ
33 “तुमने यह भी सुना है कि हमारे पूर्वजों से कहा गया था, ‘तू शपथ मत तोड़ बल्कि प्रभु से की गयी प्रतिज्ञाओं को पूरा कर।’[a]
Read full chapterFootnotes
- 5:33 देखें लैव्य 19:12; गिनती 30:2; व्यवस्था 23:21
Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)
© 1995, 2010 Bible League International