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मत्ती 9:13-15
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
मत्ती 9:13-15
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
13 इसलिये तुम लोग जाओ और समझो कि शास्त्र के इस वचन का अर्थ क्या है, ‘मैं बलिदान नहीं चाहता बल्कि दया चाहता हूँ।’(A) मैं धर्मियों को नहीं, बल्कि पापियों को बुलाने आया हूँ।”
यीशु दूसरे यहूदी धर्म-नेताओं से भिन्न है
(मरकुस 2:18-22; लूका 5:33-39)
14 फिर बपतिस्मा देने वाले यूहन्ना के शिष्य यीशु के पास गये और उससे पूछा, “हम और फ़रीसी बार-बार उपवास क्यों करते हैं और तेरे अनुयायी क्यों नहीं करते?”
15 फिर यीशु ने उन्हें बताया, “क्या दूल्हे के साथी, जब तक दूल्हा उनके साथ है, शोक मना सकते हैं? किन्तु वे दिन आयेंगे जब दूल्हा उन से छीन लिया जायेगा। फिर उस समय वे दुःखी होंगे और उपवास करेंगे।
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Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)
© 1995, 2010 Bible League International