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मेरे लोगों की स्त्रियों को तुमने उनके घर से निकल जाने को विवश किया
    जो घर सुन्दर और आराम देह थे।
तुमने मेरी महिमा को उनके नन्हे बच्चों से
    सदा—सदा के लिये छीन लिया है।
10 उठो और यहाँ से भागो!
    यह विश्राम का स्थान नहीं है।
क्योंकी यह स्थान पवित्र नहीं है, यह नष्ट हो गया!
    यह भयानक विनाश है!

11 सम्भव है, कोई झूठा नबी आये और वह झूठ बोले।
    सम्भव है, वह कहे, “ऐसा समय आयेगा जब दाखमधु बहुत होगा,
जब मन्दिर बहुतायत में होगी
    और फिर इस तरह वह उसका नबी बन जायेगा।”

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