Add parallel Print Page Options

यदि वह रखवाला घुड़सवारों की, गधों की अथवा ऊँटों की पंक्तियों को देखें तो उसे सावधानी के साथ सुनना चाहिये।” सो फिर वह पहरेदार जोर से बोला पहरेदार ने कहा,

“मेरे स्वामी, मैं हर दिन चौकीदारी के बुर्ज पर चौकीदारी करता आया हूँ।
    हर रात मैं खड़ा हुआ पहरा देता रहा हूँ। किन्तु …
देखो! वे आ रहे हैं!
    मुझे घुड़सवारों की पंक्तियाँ दिखाई दे रही हैं।”

फिर सन्देशवाहक ने कहा,
    “बाबुल पराजित हुआ,
    बाबुल धरती पर ध्वस्त किया गया।
उसके मिथ्या देवों की सभी मूर्तियाँ
    धरती पर लुढ़का दी गई और वे चकनाचूर हो गई हैं।”

Read full chapter