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बीते समय में यह नगर बहुत व्यस्त नगर था।
    यह नगर बहुत शोरगुल से भरा और बहुत प्रसन्न था।
किन्तु अब बातें बदल गई।
    तुम्हारे लोग मारे गये किन्तु तलवारों से नहीं,
और वे मारे गये
    किन्तु युद्ध में लड़ते समय नहीं।
तुम्हारे सभी अगुवे एक साथ कहीं भाग गये
    किन्तु उन्हें पकड़ कर बन्दी बनाया गया, जब वे बिना धनुष के थे।
तुम्हारे सभी अगुवे कहीं दूर भाग गये
    किन्तु उन्हें पकड़ा और बन्दी बनाया गया।

मैं इसलिए कहता हूँ, “मेरी तरफ मत देखो,
    बस मुझको रोने दो!
यरूशलेम के विनाश पर मुझे सान्त्वना देने के लिये
    मेरी ओर मत लपको।”

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