Font Size
यशायाह 24:17-19
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
यशायाह 24:17-19
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
17 मैं धरती के वासियों पर खतरा आते देखता हूँ।
मैं उनके लिये भय, गके और फँदे देख रहा हूँ।
18 लोग खतरे की सुनकर डर से काँप जायेंगे।
कुछ लोग भाग जायेंगे किन्तु वे गके
और फँदों में जा गिरेंगे और उन गकों से कुछ चढ़कर बच निकल आयेंगे।
किन्तु वे फिर दूसरे फँदों में फँसेंगे।
ऊपर आकाश की छाती फट जायेगी
जैसे बाढ़ के दरवाजे खुल गये हो।
बाढ़े आने लगेंगी और धरती की नींव डगमग हिलने लगेंगी।
19 भूचाल आयेगा
और धरती फटकर खुल जायेगी।
Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)
© 1995, 2010 Bible League International