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तब दीन और नम्र लोग नगरी के खण्डहरों को अपने पैर तले रौंदेंगे।

खरापन खरे लोगों के जीने का ढंग है।
    खरे लोग उस राह पर चलते हैं जो सीधी और सच्ची होती है।
परमेश्वर, तू उस राह को चलने के लिये सुखद व सरल बनाता है।
किन्तु हे परमेश्वर! हम तेरे न्याय के मार्ग की बाट जोह रहे हैं।
    हमारा मन तुझे और तेरे नाम को स्मरण करना चाहता है।

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